दिल्ली-गुड़गांव क्षेत्र में यातायात लगातार बढ़ रहा है और इस वजह से यहां की प्रमुख सड़कों पर जाम और दुर्घटनाओं की समस्या आम हो चुकी है। इस क्षेत्र की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक मेहरौली-गुड़गांव रोड है, जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148ए (NH-148A) के नाम से भी जाना जाता है। यह सड़क न सिर्फ दिल्ली और हरियाणा को जोड़ती है, बल्कि लाखों लोगों के दैनिक आवागमन का मुख्य मार्ग भी है।
अब इस मार्ग का कायाकल्प होने जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने लगभग 19.18 करोड़ रुपये की लागत से इस 7.5 किलोमीटर लंबे हिस्से को आधुनिक, सुरक्षित और सुगम बनाने की योजना तैयार की है। इस परियोजना के पूरा होने से जहां ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, वहीं सड़क दुर्घटनाओं पर भी काबू पाया जा सकेगा।
Mehrauli-Gurugram Road
मेहरौली-गुड़गांव रोड दिल्ली और गुड़गांव के बीच एक प्रमुख कड़ी है। इस मार्ग पर रोजाना हजारों वाहन चलते हैं, जिनमें निजी गाड़ियां, बसें और व्यावसायिक वाहन शामिल हैं। यह सड़क आईटी कंपनियों, दफ्तरों और कई आवासीय इलाकों को सीधे दिल्ली से जोड़ती है।
बीते कुछ सालों में इस इलाके में जनसंख्या और व्यवसाय दोनों का तेजी से विस्तार हुआ है। नतीजतन, यहां का यातायात दबाव बढ़ता चला गया। संकरी सड़क, पुराने ढांचे और बेहतर प्रबंधन की कमी के कारण सफर करना मुश्किल हो गया है। इसीलिए NHAI ने इस मार्ग को पुनर्निर्मित करने का फैसला लिया है।
सड़क सुधार परियोजना की जानकारी
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मेहरौली-गुड़गांव रोड के 7.5 किलोमीटर लंबे हिस्से को पुनर्विकसित करने के लिए लगभग 19.18 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। इस परियोजना में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने, ब्लैक स्पॉट हटाने, नालियों की सफाई और मरम्मत, और तकनीकी सुधार जैसे कार्य किए जाएंगे।
इसके अलावा, सड़क की सतह को मजबूती देने के लिए उच्च गुणवत्ता वाला डामर लगाने की योजना है। जगह-जगह आधुनिक सिग्नल, उचित साइनबोर्ड और सड़क पर लाइन मार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी। इससे रात में चलने वाले वाहनों को भी स्पष्ट और सुरक्षित मार्ग मिलेगा।
सुरक्षा और आधुनिक सुविधाएं
इस परियोजना का विशेष ध्यान सड़क सुरक्षा पर है। सड़क किनारों पर बैरियर लगाए जाएंगे ताकि तेज रफ्तार वाहनों की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए फुटपाथ और ज़ेब्रा क्रॉसिंग भी बनाई जाएंगी।
इसके साथ ही वर्षा ऋतु में जलभराव रोकने के लिए जल निकासी की सुदृढ़ व्यवस्था की जाएगी। फिलहाल बारिश के समय इस मार्ग पर पानी भर जाने से बड़ी दिक्कतें होती हैं और दुर्घटनाएं बढ़ जाती हैं। नई व्यवस्था से इन समस्याओं का समाधान होगा।
सरकार और योजनाओं का योगदान
इस परियोजना को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क और भारतमाला परियोजना जैसी व्यापक योजनाओं से प्रेरित माना जा रहा है। हालांकि यह कार्य सीधे तौर पर भारतमाला योजना में नहीं आता, लेकिन इसका उद्देश्य उसी तरह का है – यानि देश के महत्वपूर्ण मार्गों को आधुनिक बनाना और कनेक्टिविटी मजबूत करना।
NHAI लगातार ऐसे राजमार्गों को नई तकनीक और आधुनिक ढांचे से विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है। दिल्ली और एनसीआर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में यह प्रोजेक्ट यात्रियों की सुविधा और सड़क सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा।
स्थानीय लोगों और यात्रियों को लाभ
इस सड़क के नए रूप में आने से दिल्ली और गुड़गांव के यात्रियों को बड़ा लाभ होगा। जहां एक ओर ऑफिस जाने वालों का सफर आसान होगा, वहीं व्यापारिक परिवहन को भी गति मिलेगी। ट्रैफिक जाम कम होगा और वाहनों का ईंधन व समय दोनों बचेंगे।
स्थानीय निवासियों की भी लंबे समय से यह मांग रही है कि सड़क को आधुनिक सुविधाओं के साथ दुरुस्त किया जाए। इससे न केवल उनकी यात्रा सुगम होगी, बल्कि आसपास की संपत्ति की कीमतों और व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि देखने को मिलेगी।
निष्कर्ष
मेहरौली-गुड़गांव रोड का कायाकल्प दिल्ली-एनसीआर के लिए एक बड़ी सौगात है। लगभग 19.18 करोड़ रुपये की इस परियोजना के पूरा होने से आने वाले समय में यात्रियों को सुरक्षित, तेज और सहज सफर मिलेगा। यह पहल क्षेत्र की बढ़ती जनसंख्या और यातायात दबाव को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और लोगों की लंबे समय से चली आ रही समस्या का स्थायी समाधान बनकर सामने आएगी।