अभी भारत में सोना और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है अमेरिका की फेडरल रिजर्व (Fed) की नई घोषणा। हाल ही में फेड ने ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके चलते दुनियाभर की कमोडिटी और बुलियन मार्केट्स में हलचल तेज हो गई है।
भारतीय बाजार में भी सोना और चांदी की कीमतों में बदलाव देखने को मिला। निवेशक समझने की कोशिश कर रहे हैं कि सोने-चांदी के दाम और गिरेंगे या तेजी आएगी? ऐसे में यहां जानिए अभी के ताजा भाव, फेड के फैसलों का असर और आगे की संभावनाएं.
Gold-Silver की कीमतें: ताजा अपडेट
22 सितंबर 2025 को भारत में 24 कैरेट Gold का रेट प्रति 10 ग्राम करीब ₹1,11,106 रहा, वहीं Silver ₹1,32,633 प्रति किलो पाई गई। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और अन्य बड़े शहरों में भी Gold की कीमतें लगभग इसी रेंज में रही। पिछले एक साल में सोने की कीमतें करीब 50% और चांदी की कीमतें 47% बढ़ चुकी थीं.
Fed की ब्याज दर कट के बाद भाव में हल्की गिरावट आई है। जानकारों के अनुसार, अभी यह सिर्फ छोटी अवधि की प्रतिक्रिया है और नीतिगत बदलाव का लंबी अवधि में असर पड़ सकता है.
फेड के फैसले का असर Gold-Silver पर क्यों?
Fed ने 25 बेसिस पॉइंट की दर से ब्याज कम की है, जिससे अमेरिकी डॉलर की ताकत थोड़ी कम हुई। इसका सीधा असर सोने और चांदी जैसी सुरक्षित निवेश वाली वस्तुओं पर पड़ा है। त्वरित प्रतिक्रिया के तौर पर कुछ निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग के चलते Gold और Silver में बिक्री शुरू कर दी। हालांकि, लंबी अवधि में यह ज्यादा मायने नहीं रखती.
विशेषज्ञों का मानना है कि इंडस्ट्रियल ग्रोथ, महंगाई और ग्लोबल अनिश्चितता को ध्यान में रखते हुए Precious Metals में निवेश आगामी महीनों में फिर बढ़ सकता है.
Gold-Silver Yojana Overview Table
विशेष बातें (Yojana Details) | जानकारी (Details) |
मुख्य निर्णय (Main Event) | फेड की 25 bps ब्याज दर कट |
मौजीदा Gold Rate (24K/10g) | ₹1,11,106 (22 Sept 2025) |
मौजूदा Silver Rate (1KG) | ₹1,32,633 (22 Sept 2025) |
पिछले 1 साल में Gold की बढ़त | 50% तक |
पिछले 1 साल में Silver की बढ़त | 47% तक |
RBI Gold Reserve Status | 880 MT, नई खरीदी नहीं |
निवेश के लिए स्थिति (Trend) | मिक्स्ड रुख, शॉर्ट टर्म Correction |
विशेषज्ञ रुख | लॉन्ग टर्म पॉजिटिव, शॉर्ट टर्म गिरावट |
आगामी संभावनाएँ | फेस्टिव सीजन में मजबूत डिमांड |
Gold-Silver भविष्य की संभावना
- त्योहारी सीज़न में Gold की मांग बढ़ सकती है।
- चांदी में इंडस्ट्रियल डिमांड बनी रह सकती है।
- फेड के और फैसले और वैश्विक परिस्थितियां कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं।
- भारत सरकार और RBI फिलहाल नई Gold खरीद नहीं कर रहे हैं और रिजर्व स्थिर है।
विशेषज्ञों की राय
- शॉर्ट टर्म में गिरावट: Fed के फैसले के बाद प्रॉफिट बुकिंग के कारण हल्की गिरावट संभव है.
- लॉन्ग टर्म में उम्मीद: महंगाई, त्योहारों की मांग और वैश्विक अनिश्चितता के चलते दोनों धातुओं में उछाल संभव है.
- निवेश रणनीति: जानकार Sell रुख का सुझाव देते हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए Hold भी सही हो सकता है.
आगे क्या हो सकता है?
- अगर Fed समेत अन्य देशों के केंद्रीय बैंक दरों में और कटौती करते हैं तो सोने और चांदी की कीमतों में फिर रफ्तार आ सकती है.
- Indian बाजार में फेस्टिव सीजन और शादी-विवाह की डिमांड कीमतों को सहारा दे सकती है.
- अभी के लिए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार के रुझान पर नजर रखनी चाहिए।
क्यों गिरते हैं Gold-Silver के भाव – मुख्य कारण
- अमेरिकी डॉलर में मजबूती या कमजोरी।
- वैश्विक स्तर पर ब्याज दरें।
- महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता।
- इंडस्ट्रियल डिमांड और सप्लाई।
- सरकार की नीतियाँ और Gold-Reserve रणनीति.
Gold और Silver के ताजे रेट्स (कुछ प्रमुख शहर)
शहर | Gold 24K (10g) | Silver (1 Kg) |
मुंबई | ₹1,11,214 | ₹1,38,000 |
दिल्ली | ₹1,11,229 | ₹1,42,486 |
चेन्नई | ₹1,11,225 | ₹1,32,000 |
कोलकाता | ₹1,11,214 | ₹1,32,050 |
निवेशकों के लिए सुझाव
- बाजार के Sentiment को समझें और घबराहट में Sell न करें।
- लॉन्ग टर्म गोल हो तो सोने-चांदी में थोड़ा निवेश जारी रख सकते हैं।
- अगर शॉर्ट टर्म में कमाई करनी है तो Stop Loss लगाएं।
- त्योहारी डिमांड, ब्याज दर और वैश्विक घटनाओं पर नज़र रखें।
Disclaimer: इस लेख में दी गई सोने-चांदी की कीमत और सभी जानकारियाँ वित्त मंत्रालय, RBI और प्रमुख Bullion Market की आधिकारिक साइट्स से ली गई हैं। बाजार में गिरावट या तेजी के रुख की हर समय गारंटी नहीं दी जा सकती। Fed रेट कट वाला असर वास्तविक है और Government के आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित है। निवेश से पहले अपने वित्त सलाहकार से उचित सलाह लें।